सोशल मीडिया का जाल चारों तरफ छाया है,
ये जो आप क्या खाया,कहाँ गया, क्या महसूस किया एक एक चीज बताते हो
उसका ये सब कच्चा चिट्ठा बनाते हैं
और उसको मार्केटिंग कंपनी को बेच कर
पैसा खूब कमाते हैं।
मतलब कहने को तो ये free services देते हैं
लेकिन असल में ये आपको ही as a service लेते हैं।
हम भूल जाते हैं ना जाने कितनी बार
हैकर्स ने इनकी privacy पर सेंध मारा है।
हमारे private data को खुले market में उछाला है।
कभी इनके develors ने अपनी गलती मानी
तो कभी हमें ही दोषी ठहराया है।
अभी सामने आए एक रिपोर्ट ने दावा किया,
अमेरिका में हुए चुनाव में सोशल मीडिया के जरिये brain wash का खुलासा किया।
फिर भी हम घर वालों से गुस्सा होकर,इन पर घंटों समय बिताते हैं,
जिन्हें हम जानते नही, पहचानते नही उनके रूठे होने पर comment में सांत्वना दिखाते हैं।
वह दोस्त जो सामने आने पर पहचानता नहीं,उसका भी मैंने love react देखा है
तो ऐसे रिश्ते की क्या अहमियत, जो सिर्फ एक धोखा है।
मैं सोशल मीडिया के खिलाफ नही हूँ
बस इतना ही कहना चाहता कि किसी भी चीज की
अति हानिकारक होता है
और सही से इस्तेमाल लाभदायक सिद्ध होता है।
तो दोस्तों आज से ही सोशल मीडिया का अत्यधिक इस्तेमाल करना छोड़ दो,
अपने जिंदगी को किसी अच्छे काम की तरफ मोड़ दो।
Bubble Reputation :- क्षणिक प्रतिष्ठा
कुछ और ज्ञानवर्धक पोस्ट जो आपको पढ़ने चाहिये
मेरे प्यारे विद्यार्थी भाईयों अगर आपको यह कविता (Poem on social media in hindi ) पसंद आया तो इसे अपने सभी दोस्तों को शेयर करो जो सोशल नेटवर्किंग साइट का कीड़ा है।हमेशा बेवजह इस पर अपना समय बर्बाद करता है।जिससे वह भी सोशल मीडिया के addiction से बच सके।
अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट में पूछ सकते हैं।
या हमें contactsuccessveda@gmail.com पर मेल भी कर सकते हैं।
धन्यवाद।
धन्यवाद सर
बहुत ही बढ़िया जानकारी कृपा
http://www.tricksinhindi.com पर एक नज़र देख कर
बताये इसमें मैं क्या और कर सकता हूँ
Social media jab nahi tha rtab ka zamana achha thha, log conventional media hi use karte thhe,, aaj kal uss se bhi kahin jyada acchha media hai ussi pattern pe internet pe hi aur wo bhi world class hai aurtt free bhi hai jaise http://www.vov.media jisme intyeraction ki wajah se wo social mnedia type bhi hai. aur kyunkik social media ki apni jagah hai islikye wo best hai aaj kal ke hisab se.
Time waste karna kadapi sahi nahi hai aur iss se kai bimariyan bhi ho rahi hain., Parantu logon ko ekhas dilana aisi kavitaen kafi hadd tak kaamyaab ho sakti hain, ye prayas zarur sarthak hoga!
बहुत सही कहा आपने
बहुत ही बढ़िया | मैं अपने स्कूल के नाटक में इसको सम्मिलित कर रही हूँ |
हमें जान कर खुशी हुई।
धन्यवाद।
Mujhe bahut hi achchha laga ye kavita..